રવિવાર, 26 એપ્રિલ, 2015

रावणा राजपूत समाज ने डाला महापड़ाव


रावणा राजपूत समाज ने डाला महापड़ाव
बाड़मेर 
रावणा राजपूत समाज ने बुधवार को कलेक्ट्रेट के बाहर महापड़ाव डाला। प्रदेशभर से आए समाज के लोगों ने दो युवकों की हत्या को लेकर नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन किया। समाज ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने की मांग उठाई। वक्ताओं ने समाज के लोगों को एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया। वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर धरना भी जारी रहा। इस दौरान प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग रखी। कलेक्ट्रेट के बाहर आयोजित सभा को कई वक्ताओं ने संबोधित किया। पूर्व मंत्री जनार्दनसिंह गहलोत ने कहा कि समाज के दो युवकों की नृशंस हत्या की गई। मृतक के छह माह पहले जान को खतरे का अंदेशा जताने के बाद भी पुलिस-प्रशासन की ओर से सुरक्षा प्रदान नहीं की गई। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि सवाई माधोपुर में सूरवाल प्रकरण, भंवरी प्रकरण व दारिया मामले में नामजद रिपोर्ट नहीं होने के बाद भी वहां सीबीआई से जांच करवाई जा रही है। लेकिन यहां युवकों की हत्या का नामजद मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस एक माह बाद भी आरोपियों का पकड़ से बाहर होना साबित करता है कि यह सब दबाव के कारण हो रहा है। इसलिए इस मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए। समाज के राष्ट्रीय संयोजक श्यामसिंह ने मामले की निंदा करते हुए कहा कि इस प्रकरण पर पूरा समाज एकजुट होकर अंतिम लड़ाई लड़ेगा। प्रदेशाध्यक्ष रिंकू कंवर ने कहा कि दोनों युवकों के परिवारों को आघात लगा है। पुलिस की ओर से पांच दिन में आरोपियों को गिरफ्तार करने के आश्वासन के बाद एक माह बीत जाने के उपरांत भी कोई किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है। अब पूरे राज्य में तहसील स्तरों पर ज्ञापन देकर सीबीआई जांच की मांग की जाएगी। जयसिंह चौहान ने कहा हमारी गूंज विधानसभा तक पहुंचेगी तब हमारी जीत होगी। जिला युवाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह दईया ने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर धरना दिया जा रहा है, लेकिन पुलिस प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है। राष्ट्रीय प्रवक्ता श्यामसिंह ने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है। सोहनसिंह जेतमाल ने पूरे मामले की जानकारी दी। जिलाध्यक्ष गोरधनसिंह ने सभी का आभार जताया। 
इन्होंने भी किए विचार व्यक्त 
महापड़ाव को देवाराम महाराज, चैनसिंह तिलवाड़ा, नारायणसिंह सिरोही, प्रेमसिंह, अमरसिंह पाली, किशनसिंह राठौड़, ईश्वरसिंह चौहान, चैनसिंह भाटी, जयसिंह चौहान, जयदीपसिंह चुरू, मानसिंह देवड़ा, गजेंद्रसिंह सांखला, कल्याणसिंह वीदावत, सुरेंद्रसिंह दईया, पृथ्वीसिंह पंवार, अजयसिंह कच्छावा, राजेंद्रसिंह राखी, हरिसिंह राठौड़, नाथूसिंह, पार्वती राठौड़, बंशीसिंह परिहार, नारायणसिंह दोहट, ओमसिंह देवड़ा, गुमानसिंह जोधा, जबरसिंह, राजवीरसिंह भीलवाड़ा समेत कई ने संबोधित किया। 
सीबीआई जांच की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन 
महापड़ाव के बाद प्रतिनिधिमंडल ने जनार्दनसिंह गहलोत के नेतृत्व में मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। साथ ही मांगे नहीं माने जाने पर पूरे राज्य में तहसील स्तरों पर ज्ञापन व प्रदर्शन करने की चेतावनी दी। वहीं आगामी रणनीति बनाकर जोधपुर व जयपुर में महापड़ाव भी डालने की चेतावनी दी। महापड़ाव के दौरान पुलिस की व्यवस्था चाक-चौबंद रही।

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