રવિવાર, 26 એપ્રિલ, 2015

पिछड़ा वर्ग में 78 जाति शामिल, विशेष पिछड़े वर्ग में रावणा-राजपूत,

  पिछड़ा वर्ग में 78 जाति शामिल, विशेष पिछड़े वर्ग में नौ
Tuesday, September 01, 2009
जयपुर, 1 सितम्बर। राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर राजस्थान अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, विशेष पिछड़ा वर्ग एवं आर्थिक पिछड़ा वर्ग (राज्य में शैक्षणिक संस्थाओं में सीटों एवं राज्य के अधीन सेवाओं में नियुक्ति के लिए आरक्षण) अधिनियम 2008 के तहत 78 जातियों को पिछड़े वर्ग के रूप में अधिसूचित किया है। अधिसूचना के अनुसार अहीर (यादव), बढ़ई, जांगिड़, खाती, सुथार, तरखान, बड़वा, जछक, भाट, जागा, राव, बागरिया, भड़भुजा, चारण, छींपा (छीपी), भावसर, नामा, खट्टी छीपा, रंगरेज, नीलगर, चौबदार, चूनगर, डाकौत, देशान्तरी, रंगासामी (अडभोपा), डांगी, दरोगा, रावणा-राजपूत, हजूरी, वजीर, दर्जी, देशवाली, धाकड़, धीवर, कहार, भोई, सागरवंशी-माली, कीर, मेहरा, मल्लाह(निसाद), बारी, भिश्ती, मछुआरा, धोबी(मुस्लिम) एवं फारूकी भटियारा को पिछड़ा वर्ग घोषित किया है। इसके अलावा गडरिया (गडरी), गायरी, घोसी(ग्वाला), गड्डी, गड़ीत नागौरी, घांची, गिरि, गोसांई (गुंसाई), हलाली, कसाई, हेला, जगरी, जन्वा, खरडिय़ा (सीरवी), जाट, जोगी, नाथ, सिद्ध, जुलाहा, कांछी (कुशवाहा), शाक्य, कलाल (टाक), कलाल (मेवाड़ा), कलाल (सुवालका), कलाल (जायसवाल), कलाल (अहलूवालिया), कलाल (पटेल), कनबी, कलबी, पटेल, पाटीदार, आंजना, डांगी पटेल, कुल्मी, कण्डेरा, पिंजारा, कायमखानी, खरोल(खारवाल), खेलदार, खेरवा, किरार (किराड़), कोतवाल, कुम्हार (प्रजापति), कुमावत, सुआरा, कुन्जड़ा, राइन, लखेरा(लखारा), कचेरा, मनिहार, लोधे-तंवर, लोधी(लोधा), लौहार, पंचाल, मदारी, बाजीगर(गैर हिन्दू जाति) को पिछड़ा वर्ग घोषित किया है। महाब्राह्मïण (अचारज), फकीर (कब्रिस्तान में कार्यरत), माली, सैनी, बागवान, मेर (मेहरात-कथाट, मेहरात-घोड़ात, चीता), मेव, मिरासी, धाड़ी, लांगा, मांगणियार, मोची (गैर हिन्दू जाति), मोंगिया (मोंग्या), मुल्तानीज, नगाड़ची, दमामी, राणा, बायती (बारोट), नाई, सैन, वेदनाई, नट (गैर हिन्दू जाति), न्यारिया (न्यारगार), ओड, ओर्फन चिल्ड्रन, पट़वा,(फडाल), रायसिख, राठ, रावत, साद, स्वामी, बैरागी, जनगम, सपेरा(गैर हिन्दू जाति), सातिया-सिन्धी, सिरकीवाल, बन्दूक साज (उस्ता), सिलावट (मूर्तिकार एवं सोमपुरा से अलग), चेजारा, सिंधी मुसलमान, सिरकीवाल, सोंधिया, स्वर्णकार, सुनार, सोनी, जडिय़ा, तमोली (तम्बोली), तेली, ठठेरा, कन्सारा (भरवा) तथा विश्नोई जाति को पिछड़ा वर्ग के रूप में घोषित किया है। ( मंगल सैणचा, बेंगलोर senacha@in.com )

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